4369 - निर्माण खण्ड रूड़की - Haridwar
Total Damage Spots
Total Estimated Cost
Completed
Pending
EE Office: निर्माण खण्ड रूड़की
District: Haridwar
Segment ID: 2351, EE Segment ID: 4369
Pics Count: 5
30-08-2025
अवगत कराना है कि उक्त सेतु का कुल स्पान 366.67 मीटर है। सेतु नारसन-हरजौली जट्-मुडलाना-जौरासी-बुडढाहेड़ी-बढेडी राजपुतान मोटर मार्ग के कि.मी. 23 में स्थित है। विगत कई वर्षो से नदी के मेन्डरिंग होने के कारण रणसुरा गांव की तरफ सेतु के एक ओर एबटमेन्ट में एप्रोच पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गयी है एवं नदी का पूरा बहाव उक्त एबटमेन्ट से होकर बह रहा है, परन्तु इस वर्ष भारी वर्षा एवं अतिवृष्टि के कारण नदी का बहाव पूर्णतः रणसुरा गांव की तरफ डायवर्ट हो चुका है, जिससे एप्रोच के साथ-साथ लगभग 300 मीटर लम्बाई में मार्ग में भी लगातार कटाव हो रहा है एवं उक्त मार्ग के पूर्णतः बन्द होने की सम्भावना लगातार बनी हुई है। पिछले वर्षो में हुए कटाव को रोकने हेतु वायर क्रेट लगाकर मार्ग के कटाव को रोकने का प्रयास खण्ड द्वारा किये गये थे, परन्तु इस वर्ष मार्ग में अधिक कटाव उत्पन्न हुआ है। वर्तमान में खण्ड द्वारा गनी बैग लगाकर मार्ग को हल्के वाहनो हेतु सुचारू किया गया है। यह भी अवगत कराना है, कि यदि भविष्ट में अतिवृष्टि के कारण नदी का जलस्तर बढ़ता है, तो मार्ग के पूर्णतः क्षतिग्रस्त/बन्द होने की प्रबल सम्भावना बनी हुई है।उक्त सेतु की अप्प्रोच के साथ ही वर्तमान में 250 मीटर रोड वर्तमान में छतिग्रस्त हो गई है जिसहेतु अप्र्रोच के निर्माण के साथ ही २०० मीटर कटाव के स्थान पर आरसीसी वाल एवं नदी के किनारे स्पर बनाये जाने की आवश्यकता है जिस से मार्ग में कटाव को रोका जा सके
Remark: अवगत कराना है कि उक्त सेतु का कुल स्पान 366.67 मीटर है। सेतु नारसन-हरजौली जट्-मुडलाना-जौरासी-बुडढाहेड़ी-बढेडी राजपुतान मोटर मार्ग के कि.मी. 23 में स्थित है। विगत कई वर्षो से नदी के मेन्डरिंग होने के कारण रणसुरा गांव की तरफ सेतु के एक ओर एबटमेन्ट में एप्रोच पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गयी है एवं नदी का पूरा बहाव उक्त एबटमेन्ट से होकर बह रहा है, परन्तु इस वर्ष भारी वर्षा एवं अतिवृष्टि के कारण नदी का बहाव पूर्णतः रणसुरा गांव की तरफ डायवर्ट हो चुका है, जिससे एप्रोच के साथ-साथ लगभग 300 मीटर लम्बाई में मार्ग में भी लगातार कटाव हो रहा है एवं उक्त मार्ग के पूर्णतः बन्द होने की सम्भावना लगातार बनी हुई है। पिछले वर्षो में हुए कटाव को रोकने हेतु वायर क्रेट लगाकर मार्ग के कटाव को रोकने का प्रयास खण्ड द्वारा किये गये थे, परन्तु इस वर्ष मार्ग में अधिक कटाव उत्पन्न हुआ है। वर्तमान में खण्ड द्वारा गनी बैग लगाकर मार्ग को हल्के वाहनो हेतु सुचारू किया गया है। यह भी अवगत कराना है, कि यदि भविष्ट में अतिवृष्टि के कारण नदी का जलस्तर बढ़ता है, तो मार्ग के पूर्णतः क्षतिग्रस्त/बन्द होने की प्रबल सम्भावना बनी हुई है।
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